शैक्षणिक पाठ्यक्रम की भांति इस महाविद्यालय में पाठ्येत्तर गतिविधियों का भी प्रशिक्षण दिया जाता है । इस दृष्टि से इस महाविद्यालय में निम्नलिखित व्यवस्थाएं है :-
1) खेलकूद -
छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व के बहुमुखी विकास के उद्देश्य से महाविद्यालय द्वारा खेलकूद की समुचित व्यवस्था की गई है। प्राचार्य व्दारा प्रतिवर्ष एक क्रीडा समिति का गठन किया जाता है । यह समिति खेलकूद संबंधी गतिविधियों का संचालन एवं नियंत्रण करती है। जिस खेलकूद की व्यवस्था महाविद्यालय में नहीं है उन्हें विभिन्न नजदीकी महाविद्यालयों के साथ MoU के माध्यम से सुविधा प्रदान की जाती है। महाविद्यालय व्दारा खेलकूद संबंधी दी जा रही सुविधाओं का विवरण निम्नानुसार है:
क) इन्डोर (1) टेबल टेनिस (2) केरम (3) शतरंज (4) बैडमिंटन
ख) आउटडोर (1) कबड्डी (2) खो खो (3) क्रिकेट (4) व्हालीबाल (5) एथलेटिक़्स
2) एन.सी.सी. -
वर्तमान में महाविद्यालय में NCC संचालित नहीं है। महाविद्यालय में NCC प्रारम्भ करने हेतु प्रयास जारी है।
3) राष्ट्रीय सेवा योजना – (एन.एस.एस.)-
छात्रों को समाज सेवा तथा जनकल्याण के कार्यो का प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना संचालित है। इस व्यवस्था के तहत् वर्ष भर विभिन्न गतिविधियों एवं वार्षिक शिविर के आयोजन व्दारा छात्रों को समाज एवं राष्ट्र के प्रति उनके दायित्वों को गंभीरता से पूर्ण करने का प्रशिक्षण दिया गया है। इसके अंतर्गत योग्यतानुसार विश्वविद्यालय व्दारा बी एवं सी प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है ।
4) युथ रेडक्रास सोसायटी -
महाविद्यालय के छात्र सदस्यों व्दारा ही छात्रों का सर्वोगीण विकास, इनमें स्वप्रेरित सेवाभाव जागृत करने, रोगियों, पीडितों अशक्त तथा असहायों के प्रति संवेदनशीलता बढाने के लिए रेडक्रास सोसायटी का गठन किया जाता है । इसके अंतर्गत समय-समय पर विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन किया जायेगा ।
5) छात्र संघ -
छात्र-छात्राओं में लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति विश्वास पैदा करने तथा नेतृत्व की क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से हर सत्र में छात्र संघ का गठन गुणानुक्रम के आधार पर किया जाता है । छात्र संघ महाविद्यालय प्रशासन तथा विद्यार्थियों के बीच समन्वय स्थापित करने का कार्य करता है ।
6) कैरियर गाइडेंस प्रकोष्ठ -
छात्र-छात्राओं को कैरियर के चुनाव में सहयोग देने तथा मार्गदर्शन के लिए कैरियर गाइडेंस प्रकोष्ठ का गठन किया जाता है । इसके अंतर्गत विविध क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों को महाविद्यालय में आमंत्रित किया जाता है । विविध क्षेत्रों से रोजगार संबंधी जानकारियां प्राप्त कर विद्यार्थियों को उपलब्ध करायी जाती है । इस प्रकोष्ठ व्दारा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी मार्गदर्शन दिया जाता है ।
7) विभिन्न सर्टीफिकेट पाठ्यक्रम -
विद्यार्थियों में अन्तर्निहित कलात्मक अभिरुचियों एवं प्रतिभाओं के विकास के लिए निम्नलिखित अल्पकालीन प्रमाण पत्र के पाठ्यक्रम निकट भविष्य में प्रारम्भ किये जाने की संभावना है। अपनी अभिरुचि एवं रुझान के अनुरुप इनमें से किसी में वे स्वेच्छा से प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं ।
1. स्पोकन इंग्लिश एंड क्रियेटिव राइटिंग ।
2. रचनात्मक लेखन एवं पत्रकारिता ।
3. नाट्य कार्यशाला ।
4. कम्प्यूटर – एम.एस. आफिस, प्रोग्रामिंग ।
5. रोजगारमूलक प्रशिक्षण ।
8) सूचना का अधिकार -
महाविद्यालय में सूचना के अधिकार के तहत पूछे जाने संबंधी एक समिति गठित है ।